5 Simple Techniques For quotesorshayari
5 Simple Techniques For quotesorshayari
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दहलीज हूँ... दरवाजा हूँ... दीवार नहीं हूँ।
खरीद लाये थे कुछ सवालों का जवाब ढूढ़ने।
वो लम्हे याद करता हूँ तो लगते हैं अब जहर से।
जुल्फें तेरी बादल जैसी आँख में तेरे समंदर है,
अगर मोहब्बत से पेश आते तो न जाने क्या होता।
वो आँखें कितनी क़ातिल हैं वो चेहरा कैसा लगता है।
कौन फिरता है ज़मीं पे चाँद सा चेहरा लिए।
खुदा माना, आप न माने, वो लम्हे quotesorshayari गए यूँ ठहर से,
ख्यालों और सांसों का हिसाब है ज़िन्दगी,
चेहरा तेरा चाँद का टुकड़ा सारे जहाँ से प्यारा है।
हुजूर लाज़िमी है महफिलों में बवाल होना,
सूरज की तरह तेज मुझमें मगर मैं ढलता रहा,
मैं जागता हूँ तेरा ख़्वाब देखने के लिए।
नजर तुमसे जो मिल जाये ज़माना भूल जाता हूँ।